IFS 2025: कैसे बनें भारतीय विदेश सेवा अधिकारी – योग्यता, सैलरी, ट्रेनिंग, और पूरी जानकारी हिंदी में -चैट जीपीटी के मास्टरिंग पाठ्यक्रम यहां क्लिक करें अभी खरीदें Daily Insight

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IFS 2025: कैसे बनें भारतीय विदेश सेवा अधिकारी – योग्यता, सैलरी, ट्रेनिंग, और पूरी जानकारी हिंदी में

IFS 2025 लेख सूची

📘 IFS (भारतीय विदेश सेवा) 2025 – लेखों की सूची

1. IFS 2025 भर्ती का परिचय – UPSC प्रक्रिया से लेकर विदेशों में प्रतिनिधित्व तक।
2. IFS के लिए योग्यता – उम्र, शिक्षा और पात्रता मानदंड।
3. IFS ट्रेनिंग कितने साल की होती है? – प्रशिक्षण केंद्र और अवधि।
4. IFS परीक्षा में कितने पेपर होते हैं – प्रारंभिक से इंटरव्यू तक।
5. IFS के लिए जनरल कैटेगरी में कितनी रैंक चाहिए? – पिछले वर्षों की कटऑफ।
6. IFS का काम क्या होता है? – विदेशों में ड्यूटी और मिशन।
7. IAS vs IFS – कौन अधिक शक्तिशाली है? पावर और जिम्मेदारियों की तुलना।
8. IFS वेतन – बेसिक पे, भत्ते और विदेशी पोस्टिंग फायदे।
9. IFS में हाइट की जरूरत – फिजिकल स्टैंडर्ड की जानकारी।
10. IFS के लिए शारीरिक परीक्षण – मेडिकल चेकअप के मापदंड।
11. IFS की पोस्ट – अटैची से लेकर एम्बेसडर तक।
12. एक देश में कितने IFS अधिकारी होते हैं – भारतीय मिशन की संख्या।
13. सभी टॉपिक का समेकित सारांश – एक नजर में पूरी IFS जानकारी।

आई फ़ौज (भारतीय विदेश सेवा) 

 विषयसूची


📚 विषय सूची: IFS (भारतीय विदेश सेवा) गाइड 2025

: ... टॉपिक त्यों
1️⃣ IFS 2025 भर्ती का परिचय आईईएस सेवा क्या है, यूपीएससी द्वारा चयन प्रक्रिया कैसे होती है
2️⃣ IFS के लिए योग्यता (पात्रता) प्रारंभिक योग्यता, आयु सीमा, शिक्षा
3️⃣ IFS का कोर्स कितने साल का होता है? प्रशिक्षण की अवधि एवं प्रशिक्षण केन्द्र
4️⃣ IFS में कितने पेपर होते हैं? प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार प्रक्रिया
5️⃣ आई फ़ुटेज में चयन के लिए संख्या रैंक होनिचेरी (सामान्य) कटऑफ़ रैंक और पिछले वर्षों की तुलना
6️⃣ IFS अधिकारी का काम क्या होता है? अभिनय में जिम्मेदारियाँ और कर्तव्यनिष्ठा
7️⃣ आई फ़ॉक्स में सबसे बड़ा वोट कौन है? तुलना: पावर, पीआर, प्रतिष्ठा
8️⃣ IFS अधिकारी का वेतन कितना होता है? मृतक-फुटके और अन्य लाभ
9️⃣ IFS में कितनी होनी चाहिए हाइट? मेडिकल फिटनेस और फिटनेस स्टैंडर्ड
🔟 IFS के लिए शारीरिक परीक्षण क्या है? चिकित्सीय परीक्षण और आवश्यक रोबोट
1️⃣1️⃣ IFS में कौन-कौन सी पोस्ट होती हैं? रैंक शेयर पोस्ट: अनाची से लेकर एम्बेसडर तक
1️⃣2️⃣ एक देश में कितने IFS अधिकारी होते हैं? भारतीय मिशन और आई फ़ौज की संख्या में साझीत
1️⃣3️⃣ IFS से जुड़े सभी सहयोगियों का परिचय सभी टॉपिक का सारांश एक लेख में

📌 नोट: आईएफएस परीक्षा की तैयारी वाले सभी लेख उपयोगी हैं। आप एक-एक करके पढ़ सकते हैं या अपनी उपज का लेखा-किताब किसी भी विषय पर सीधे जा सकते हैं।


IFS (भारतीय विदेश सेवा) भारत की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है, जो देश की विदेश नीति, स्टॉक शेयर और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व से संबंधित है। हर साल लाखों की संख्या में यूपी एसएससी सिविल सर्विस एग्जामिनेशन (सीएसई) के माध्यम से आई ऑफिसर बनने का सपना देखते हैं, इसमें केवल कुछ ही विशिष्ट रैंकिंग वाले सफल हो जाते हैं। भारतीय विदेश सेवा (IFS) से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी


यदि आप अधिकारी बनने की प्रक्रिया, वेतन, प्रशिक्षण, पदक्रम, शारीरिक संतुलन, रीडर और शक्ति से संबंधित आवश्यक जानकारी चाहते हैं, तो यह आपके लिए है। यहां हमारे आई फॉक्स से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण मूर्तियों की विस्तृत जानकारी दी गई है, जो आपकी तैयारी और कैरियर योजना में मदद करेंगे। आइये जानते हैं IFS परीक्षा, पदक्रम, सूची, वेतन, चयन प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में! 🚀 भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए अल्पसंख्यकों की परीक्षा: 

✅ शैक्षणिक योग्यता:

शैक्षणिक योग्यता: किसी भी विश्वविद्यालय से स्नातक (स्नातक) डिग्री प्राप्त होनी चाहिए। किसी भी विषय में डिग्री की डिग्री हो सकती है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय संबंध, राजनीतिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास, कानून आदि में डिग्री हो सकती है। 

✅ आयु सीमा (1 अगस्त 2025 तक): न्यूनतम आयु: 21 वर्ष वस्तु वर्ग के लिए छूट: नवजात शिशु: 3 वर्ष (अधिकतम 35 वर्ष) शिशु : 5 वर्ष (अधिकतम 37 वर्ष) शिशु (दिव्यांग): 10 वर्ष की छूट
शिशुगृह (दिव्यांग): 10 वर्ष की छूट 

परीक्षा की सीमा : सामान्य वर्ग : 6 वर्ष की छूट : 9 वर्ष (अधिकतम 35 वर्ष)
(अधिकतम 35 वर्ष)

✅राष्ट्रीयता: भारत का राज्य होना चाहिए. नेपाल/भूटान के नागरिक भी कुछ अंशों के साथ आवेदन कर सकते हैं।

👉 संपूर्ण जानकारी और आवेदन के लिए यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट देखें! भारतीय विदेश सेवा (IFS) का प्रशिक्षण कार्यक्रम:

 
👉 IFS कोर्स (प्रशिक्षण) की अवधि: तीन वर्ष तक होती है। 

📌प्रशिक्षण के चरणबद्ध प्रक्रिया: 

1️⃣ फाउंडेशन कोर्स (3-4 महीने) नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी (एलबीएसएनई) को लाल शास्त्री शास्त्र का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें सरकारी कौशल, नीति निर्माण और लोक सेवा के मूल सिद्धांत सिखाये जाते हैं। 

2️⃣ विशेष प्रशिक्षण (1 वर्ष) इसके बाद आईएफएस अधिकारी विदेश सेवा संस्थान (फोरेन सर्विस इंस्टीट्यूट - एफ कोचिंग), नई दिल्ली में विशेष प्रशिक्षण देते हैं। अर्थशास्त्र, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, विदेश नीति और भाषा का
प्रशिक्षण दिया जाता है। अधिकारियों को एक विदेशी भाषा (फ़्रेंच, स्पैनिश, चीनी आदि) सीखनी होती है। 


3️⃣ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण (1-2 वर्ष) प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को विभिन्न दूतावासों और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों में इंटर्नशिप करने का अवसर मिलता है। उन्हें भारत के विभिन्न मंत्रालयों और दूतावासों में कार्य करके वास्तविक मूल्य का अनुभव दिया जाता है। 🚀समापन : तीन साल के प्रशिक्षण के बाद आईएफएस अधिकारी को भारतीय दूतावास या विदेश मंत्रालय में नियुक्त किया जाता है। उन्हें पहले निदेशक सचिव (अवर सचिव) के रूप में विदेश मंत्रालय में नियुक्त किया जाता है।

👉 संपूर्ण जानकारी के लिए यूपी एसएससी की वेबसाइट आधिकारिक देखें! 

IFS परीक्षा में कितने पेपर होते हैं?भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए यूपी सिविल सेवा परीक्षा (आईपीसी) पास होती है, जिसमें तीन चरण होते हैं:

1️⃣ प्रारंभिक परीक्षा (प्रारंभिक) 👉 2 पेपर (वस्तुनिष्ठ प्रकार - एमसी क्यू आधारित) पेपर 1: सामान्य अध्ययन (सामान्य अध्ययन - I) → 200 अंक पेपर 2: एसए सिटी (सामान्य अध्ययन - II, स्नातक) → 200 अंक 📌 

महत्वपूर्ण बातें: CSAT में न्यूनतम 33% अंक अनिवार्य हैं। दोनों पेपर्स में केवल लैपटॉप टेस्ट होते हैं, बाकी एक अंक अंतिम गुणवत्ता में शामिल नहीं होते हैं।





2️⃣ मुख्य परीक्षा (पुरुष)

👉 9 अध्याय (वर्णनात्मक प्रकार - लिखित परीक्षा)
📌 अनिवार्य पेपर (क्वालीफाइंग पेपर)

1️⃣ पेपर ए: एक भारतीय भाषा वाला (यूपीएससी द्वारा निर्धारित) - 300 अंक
2️⃣ पेपर परीक्षा: अंग्रेजी भाषा - 300 अंक
📌मेरिट पेपर

3️⃣ निबंध (निबंध) - 250 अंक
4️⃣ सामान्य अध्ययन - I (GS-I) → इतिहास, भूगोल, समाज – 250 अंक
5️⃣ सामान्य अध्ययन - II (GS-II) → राजनीति, संविधान, शासन, अंतर्राष्ट्रीय संबंध – 250 अंक
6️⃣ सामान्य अध्ययन - III (GS-III) → अर्थशास्त्र, विज्ञान-तकनीकी, पर्यावरण, सुरक्षा – 250 अंक
7️⃣ सामान्य अध्ययन - IV (GS-IV) → अभिलेख, अभिवृत्ति और अखंडता – 250 अंक
8️⃣ आचिक विषय - पेपर I → सभ्यता द्वारा चुना गया विषय - 250 अंक
9️⃣ आचिक विषय - पेपर II → सभ्यता द्वारा चुना गया विषय - 250 अंक 📌 मुख्य परीक्षा के

कुल अंक: 1750 अंक
3️⃣साक्षात्कार (साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षा)


अंक: 275 अंक


के व्यक्तित्व, वैज्ञानिक वैज्ञानिक और क्षमता की जांच की जाती है।

📌 कुल योग्यता के लिए कुल अंक (पुरुष + साक्षात्कार): 2025 अंक

✅ IFS अधिकारी बनने के लिए सभी चरणों में भर्ती आवश्यक है।
  1. 👉 अधिक जानकारी के लिए यूपी एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट देखें! 🚀
  2. IFS (भारतीय विदेश सेवा) के लिए सामान्य वर्ग में रैंक कितनी होनी चाहिए?
  3. आई फॉक्स (भारतीय विदेश सेवा) के लिए यूपी सिविल सेवा परीक्षा (आईपीसी) में उच्च रैंक की आवश्यकता है।
  4.  सामान्य श्रेणी (सामान्य श्रेणी) के लिए आवश्यक श्रेणी:
  5. आम तौर पर, आईएफएस में चयन के लिए सामान्य वर्ग के आधार पर शीर्ष 100 रैंक में शामिल होना आवश्यक है।
  6. पिछले वर्षों के रुझान के अनुसार, IFS के लिए अंतिम चयन रैंक 85-120 के बीच है।
  7. हालाँकि, यह हर साल वैकेंसी और कट-ऑफ के आधार पर बदला जा सकता है।

✅ IFS के लिए टॉप रैंक क्यों जरूरी है?


  • IFS की वैकेंसी बहुत सीमित है (मूल रूप से 30-50 प्रतिशत पर)।
  • आई एफ आई एफ आई एफ आई एफ आई एफ आई एफ आई एफ आई एफ (आई एफ आई एफ आई)

 2025 में आई फॉक्स के लिए कट-ऑफ और रैंक की जानकारी के लिए यूपी यूएससी की आधिकारिक वेबसाइट देखें! 



IFS (भारतीय विदेश सेवा) में क्या काम होता है?

आईएफएस अधिकारी भारत की विदेश नीति को लागू करने और अंतर्राष्ट्रीय संतुलन को मजबूत करने का काम कर रहे हैं। वे भारत के प्रतिनिधि डाक का नेतृत्व करते हैं।

 IFS अधिकारी के प्रमुख कार्य:

  1. भारत के  विभिन्न दूतावासों (दूतावासों), वाणिज्य दूतावासों (वाणिज्य दूतावासों) और उच्च आयोगों (उच्च आयोगों) में भारत का प्रतिनिधित्व करना।
  2. भारत और अन्य देशों के बीच सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को मजबूत बनाना।
  3. भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ और एकाधिकार प्राप्त तैयारी।
  4. वैचारिक चर्चा और राजनीतिक चर्चा में भाग लिया।
  5.  विदेश में  रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और सहायता सुरक्षा।
  6. संकट के समय (जैसे युद्ध, महामारी, प्राकृतिक आपदाएँ) भारतीय नागरिकों के अभियोजक (निकासी) का प्रबंधन करना।
  7.  व्यापार और आर्थिक संबंध मजबूत करना,
  8. भारत और अन्य देशों के बीच आर्थिक और व्यावसायिक भागीदारी विकसित करना।
  9. भारतीय शिक्षण से लेकर विदेशी निवेश और अवसरों में सहयोग।
  10. भारतीय संस्कृति एवं पर्यटन को बढ़ावा देना
  11. भारतीय संस्कृति, कला, योग, आयुर्वेद और पर्यटन को बढ़ावा देना।
  12. विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत का प्रतिनिधित्व करना।


एआईई अधिकारी अधिकारियों की पोस्टिंग (पोस्टिंग)
  1.  विदेश मंत्रालय (विदेश मंत्रालय - एमईई), भारत
  2.  भारत के विभिन्न दूतावास, वाणिज्य दूतावास और उच्चयोगों में
  3.  संयुक्त राष्ट्र (यूएन), विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीआईओ), सार्क (सार्क) और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन

 आईएफएस अधिकारी बनने के लिए यूपी यूएस एसएससी परीक्षा पास करना होता है। 🚀IAS



vs IFS: मुख्य खिलाड़ी कौन हैं?

आयोजिक (भारतीय नौकरी सेवा) और आई फॉक्स (भारतीय विदेश सेवा) दोनों ही भारत के सर्वोच्च प्रतिष्ठित उद्योगपति हैं, लेकिन दोनों की भूमिका, शक्ति और प्रतिभा अलग-अलग हैं।

📌IAS बनाम IFS: कौन अधिक शक्तिशाली?
बौद्ध, राज्य और केंद्र सरकार में नीति निर्माण और निवेश शक्ति:
बौद्ध , राज्य और केंद्र सरकार में नीति निर्माण और निवेश शक्ति: अंतर्राष्ट्रीय शेयर बाजार   और केंद्र में भारत का  प्रतिनिधि सामान्य शक्ति व्यवस्था पुलिस, प्रशासन, टैक्स शिक्षा, स्वास्थ्य जमैका पर सीमित प्रभाव आम राजनीतिक व्यवस्था, प्रशासन, टैक्स शिक्षा, स्वास्थ्य पर सीमित प्रभाव आम राजनीतिक व्यवस्था, लेकिन आंतरिक में आम प्रभाव पर कम राजनीतिक प्रभाव आंशिक शक्ति व्यवस्था पुलिस, कर शिक्षा, स्वास्थ्य जनता पर कम   राजनीतिक प्रभाव, अधिक स्वतंत्र निर्भरता तनाव और अधिक (24x7 बाउंडता) प्रमुख कम (विशेषज्ञ)





रुतबा और कट्टर उच्च श्रेणी, विदेशी, श्रेष्ठ
है?

🔹IAS अधिक शक्तिशाली होता है क्योंकि उसका सीधा प्रभाव देश के प्रशासन, निगम और व्यवस्था व्यवस्था पर पड़ता है।
🔹 IFS अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि और स्वामित्व को नियंत्रित करता है, लेकिन देश के आंतरिक मामलों में उसकी शक्ति सीमित है।
🔹IAS अधिकारियों के पास पुलिस, वित्त, कानून और प्रशासन पर सीधा नियंत्रण होता है, जबकि IFS अधिकारियों के पास अंतर्राष्ट्रीय नियंत्रण तक सीमित होता है।

 निष्कर्ष:
यदि देश के अंदर प्रशासन और समूह को प्रभावित करने की शक्ति का आंकलन किया जाए तो राशन अधिक शक्तिशाली होता है।
लेकिन अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव और वैश्विक नेटवर्क देखा जाए तो IFS का प्रभाव अधिक होता है।



आपकी संवैधानिक शक्ति (IAS) या अंतर्राष्ट्रीय पासपोर्ट (IFS) में से आपके लिए कौन सा पद बेहतर है, इस पर प्रतिबन्ध है। 🚀



आई एफएस बनाम एआई

  • फ़्यूज़ दोनों ही भारत के प्रतिष्ठित व्यवसाय हैं, लेकिन आई फ़ॉक्स बनाम स्थिरता और स्थिरता में कुछ अंतर होता है।

📌 आई फ़ॉक्स और रीडर का वेतन कितना होता है?

  1. पद आई फर्म (भारतीय विदेश सेवा) वेतन (भारतीय विदेश सेवा)
  2. प्रारंभिक वेतन (मूल वेतन) ₹56,100 प्रति माह वेतन
  3. (डीए) समय-समय पर बढ़ा हुआ ग्रेड है समय-समय पर
  4. अलग-अलग ग्रेड पर आधारित वेतन अलग-अलग ग्रेड पर
  5. मुख्य आधार वेतन ₹2,50,000 (विदेशी सचिव) ₹2,50,000 (कैबिनेट सचिव)

📌 नोट: वेतनमान में वेतन, डीए, और अन्य विशिष्ट शामिल हैं, जो इसमें शामिल नहीं हैं।
📌 आईएफएस बनाम आईएएस:

  1. आई फ़ेसबुक
  2. सरकारी आवास और सरकारी प्रतिष्ठान सरकारी आवास / अच्छी सरकारी कोठी
  3. नागालैंड में सरकारी कार स्तर जिलों में गाड़ी और ड्राइवर
  4. यात्रा बार-बार विदेश यात्रा यात्रा कम
  5. मेडिकल डॉक्टरों में सरकारी चिकित्सा अस्पताल / सीजीएचएस
  6. बच्चों के शिक्षा छात्रों में अंतर्राष्ट्रीय स्कूल भारत के प्रतिष्ठित स्कूल  सरकारी पासपोर्ट हां 
  7. नहीं ❌ ❌ किसानों के  बाद बिजनेस बिजनेस और बिजनेसवर

📌 आईएफएस और आईएएस में इंटर्नशिप

आईएफएस (भारतीय)। विदेश सेवा) (भारतीयसरकारी सेवा)

3-4 साल में अलग-अलग देशों में अलग-अलग देशों में अलग-अलग देशों में
काम की प्रकृति नीति, पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रशासन, कानून व्यवस्था, विकास स्टूडियो और अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रशासन, कानून व्यवस्था, विकास स्टूडियो और अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रशासन, कानून व्यवस्था, विकास स्टूडियो और अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रशासन, कानून व्यवस्था, विकास स्टूडियो में काम की प्रकृति नीति (24x7 सांस्कृतिक नीति) 


निष्कर्ष:

 कौन बेहतर है? रिआयत का प्रभाव भारत के प्रशासन पर पड़ता है, जबकि आई फ़ीस अधिकारी भारत की संस्था में आगे बढ़ रहे हैं। IFS का स्वभाव अधिक आरामदायक होता है, जबकि IAS का स्वभाव अधिक आरामदायक होता है। रिसाइकिल पर राजनीतिक दबाव अधिक होता है, जबकि आई फ़ॉक्स अधिक स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकते हैं। आईएफएस अधिकारी की पोस्टिंग भारत में होती है, जबकि आईएफएस अधिकारी ज्यादातर समय विदेश में रहते हैं। 

👉यदि आप सरकारी शक्ति और देश के समुदायों पर सीधा प्रभाव चाहते हैं, तो मनोविज्ञान बेहतर है। यदि आपके पास अंतर्राष्ट्रीय पासपोर्ट और सेवा में रुचि है, तो IFS सबसे अच्छा विकल्प है। 

🚀 IFS (भारतीय विदेश सेवा) में हाइट की आवश्यकता है? IFS (भारतीय विदेश सेवा) में लंबाई (उंचाई) को लेकर कोई विशेष अंतर नहीं होता है।

📌 IFS के लिए शारीरिक मानक (शारीरिक मानक):

IFS के लिए न्यूनतम मोटरसाइकिल की कोई अनिवार्यता नहीं है। आईएफसी या रक्षा सेवाओं (भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना) के विपरीत जहां हाइट की शर्त होती है, आई फ़ेस में ऐसा कोई नियम नहीं है। बस शिक्षार्थी को मेडिकल रूप से फिट (Medically Fit) होना चाहिए। 

✅ आईएफएस में चयन मुख्य रूप से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में आपकी रैंक और प्रदर्शन पर निर्भर करता है, न कि आपकी पसंद पर। 

🚀 IFS (भारतीय विदेश सेवा) के लिए शारीरिक परीक्षण (मेडिकल टेस्ट) के लिए IFS (भारतीय विदेश सेवा) में प्रवेश के लिए कोई विशेष शारीरिक परीक्षण (शारीरिक आहार) नहीं होता है, लेकिन जीन को यूपी ऑफिस के लिए सामान्य चिकित्सा परीक्षण पास करना जरूरी होता है। 

📌 IFS के लिए मेडिकल टेस्ट में क्या शामिल होता है? आईएफएस अधिकारियों द्वारा विभिन्न क्लिनिकोलॉजी में काम करने की सलाह दी जाती है, इसलिए उनके शारीरिक और मानसिक फिटनेस का परीक्षण किया जाता है।

1️⃣ सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण (सामान्य चिकित्सा जांच) 

✅ शरीर का संपूर्ण परीक्षण किया जाता है।

✅ हृदय, कैंसर, रक्तचाप, शुगर, डायबिटीज, मधुमेह आदि की जांच होती है। 
✅गंभीर बीमारी (क्रोनिक डायज) की जांच की जाती है। 

2️⃣ दृष्टि (आइसिट टेस्ट) 

✔ IFS में चश्मा/स्टीमाइल की मात्रा होती है। 
✔ न्यूनतम दृष्टि क्षमता: बिना आँख के: 6/6 या 6/9 (कम से कम एक आँख में) के साथ: 6/6 या 6/9 दोनों आँखों में 
✔ कलर ब्लाइंडनेस (रंग ब्लाइंडनेस) नहीं होना चाहिए। 

3️⃣ श्रवण की क्षमता (श्रवण परीक्षण) 

✔ कान की जांच से पता चलता है कि कान की कोई गंभीर समस्या नहीं है। 
✔ सामान्य सुनने की क्षमता होनी चाहिए।








































































4️⃣ रक्त परीक्षण (ब्लड टेस्ट)

✔ शुगर (मधुमेह), हीमोग्लोबिन, अनिद्रा, रक्तचाप, टीबी जैसी स्थिति की जांच होती है।
5️⃣ मानसिक स्वास्थ्य (मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण)

✔ अभ्यर्थी को मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
✔ डिप्रेशन, एंजायटी, गंभीर मानसिक रोग नहीं होना चाहिए।
6️⃣ शरीर में कोई विकृति नहीं (शारीरिक विकलांगता परीक्षण)

✔ हाथ-पैर या शरीर के किसी अन्य अंग में कोई गंभीर विकृति नहीं होनी चाहिए।
✔ IFS के लिए विकलांगता श्रेणी (PwD) के लिए कुछ छूट है।
📌 आईएफएस और अन्य सेवाओं (आईएएस/आईपीएस) के मेडिकल टेस्ट में अंतर

🔹 आईपीएस और आईआरएस में कुछ शारीरिक मानदंड (ऊंचाई, छाती, बीएमआई) जरूरी होते हैं, लेकिन आईएफएस में ऐसा कोई नियम नहीं है।
🔹 IFS के लिए कोई न्यूनतम हाइट या चेस्ट मेजरमेंट की आवश्यकता नहीं है।
🔹 IFS में बस सामान्य स्वास्थ्य, फिटनेस और मेडिकल टेस्ट पास करना जरूरी है।



👉 IFS के लिए मुख्य योग्यता आपका दिमाग और ज्ञान होता है, न कि शारीरिक क्षमता! 🚀
IFS (भारतीय विदेश सेवा) में कौन-कौन सी पोस्ट होती हैं?

आईएफएस अधिकारियों की पोस्टिंग भारत में विदेश मंत्रालय (एमईए) और भारतीय दूतावासों, वाणिज्य दूतावासों और उच्चायोगों में होती है। IFS अधिकारियों को उनकी वरिष्ठता और अनुभव के आधार पर अलग-अलग पदों पर नियुक्त किया जाता है।
📌 आईएफएस अधिकारियों का पदक्रम (पदानुक्रम) और प्रमोशन
1️⃣ प्रशिक्षण के दौरान (प्रशिक्षण के दौरान)


आईएफएस प्रोबेशनर (आईएफएस प्रोबेशनर)


यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए), मसूरी में प्रारंभिक प्रशिक्षण।


फिर विदेश सेवा संस्थान (विदेश सेवा संस्थान - एफएसआई), नई दिल्ली में विशेष प्रशिक्षण।
2️⃣ भारत में पोस्टिंग (एमईए - विदेश मंत्रालय)

पद (रैंक) कार्य (जिम्मेदारियां)
अधीनस्थ (अवर सचिव) मंत्रालय के एक विभाग का संचालन,
मंत्रालय में विभिन्न विभागों का नेतृत्व और संगठनात्मक कार्य
संयुक्त सचिव (संयुक्त सचिव) पद (रैंक) कार्य (जिम्मेदारियां) वित्त नीति में महत्वपूर्ण भूमिका, विभिन्न मामलों में
वित्त मंत्रालय में सहायक सचिव (अतिरिक्त सचिव)
सहायक सचिव (विशेष सचिव ) सचिव) प्रमुख अभिलेख मामले और मंत्रालय की नियुक्ति को निर्देशित करना
विदेश सचिव (विदेश सचिव) पूर्ण विदेश मंत्रालय के प्रमुख अधिकारी, आईएफएस में सबसे ऊंचा पद

3️⃣ अभिलेख पद में पोस्टिंग (दूतावास और वाणिज्य दूतावास)

(रैंक) कार्य (जिम्मेदारियां)
बौद्ध मठ (तीसरा सचिव) प्रारंभिक स्तर की पोस्ट, दूतावास के विभिन्न उद्यमों में सहायता
सचिवालय (द्वितीय सचिव) कांसुलर सर्विसेज, वाणिज्य और मीडिया से जुड़े फर्मों के पद (
प्रथम सचिव) सचिव) संवाद और बातचीत बातचीत में सहयोग
काउंसलर (परमर्शदाता) दूतावास में वरिष्ठ अधिकारी, राजनीतिक और व्यावसायिक मामलों पर ध्यान
मिनिस्टर (मिशन के मंत्री/उप प्रमुख) राजदूत के बाद दूसरा सबसे बड़ा पद, पूरे दूतावास का नेतृत्व
(राजदूत/उच्चायुक्त) किसी भी देश में भारत का सर्वोच्च बहुमत, भारत का आधिकारिक प्रतिनिधि


👉 नोट: वाणिज्य दूतावास में भारतीय दूतावास के प्रमुखों को उच्चायुक्त (उच्चायुक्त) कहा जाता है, जबकि अन्य देशों में राजदूत को कहा जाता है।
📌 एक देश में कितने IFS अधिकारी होते हैं?

✔️ प्रत्येक देश में भारत के राजदूत (राजदूत) के नेतृत्व में 10-50 IFS अधिकारी होते हैं।
✔️ अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन जैसे बड़े देशों में 50+ IFS अधिकारी हो सकते हैं।
✔️ छोटे देश में 5-10 IFS ऑफिसर भी हो सकते हैं।
🌍 आई सैन्य अधिकारियों की कुल संख्या

: लगभग 850-900
✔️ भारतीय मंत्रालय (एम बिजनेस) में अधिकारी: लगभग 200-250
✔️ भारतीय विदेश मंत्रालय (एम संस्था) में कुल अधिकारी: लगभग 200-250



👉 आई सैन्य अधिकारियों की संख्या अन्य कंपनियों (आईएएस, बिजनेसमैन) की तुलना में बहुत कम है। यूपीएससी परीक्षा के लिए चयन में बहुत सी रैंक की आवश्यकता होती है। 🚀
IFS 2025 मोबाइल लेआउट

📘 IFS 2025 जानकारी

1. भर्ती परिचय

UPSC के तहत IFS कैसे चुने जाते हैं, विदेशों में प्रतिनिधित्व और रोल।

2. योग्यता

IFS के लिए आवश्यक उम्र, डिग्री, और पात्रता शर्तें।

3. ट्रेनिंग और कोर्स

IFS अधिकारी की ट्रेनिंग कितने साल की होती है और कहां होती है।

4. पेपर डिटेल

IFS के लिए UPSC में कितने पेपर होते हैं और उनका पैटर्न।

5. रैंक और कटऑफ

IFS के लिए जनरल कैटेगरी में कितनी रैंक चाहिए होती है।

6. कार्य और ज़िम्मेदारियां

IFS अधिकारी विदेशों में क्या काम करते हैं और कैसे मिशन चलाते हैं।

7. IFS vs IAS

पावर, सुविधा और जिम्मेदारियों की तुलना।

8. वेतन और भत्ते

IFS अधिकारी की बेसिक सैलरी, विदेश पोस्टिंग पर लाभ।

9. हाइट और मेडिकल

IFS के लिए फिजिकल स्टैंडर्ड और मेडिकल टेस्ट के नियम।

10. पोस्ट और अधिकारी संख्या

IFS में कौन-कौन सी पोस्ट होती है और हर देश में कितने अधिकारी होते हैं।

📌 पूरी जानकारी के लिए वेबसाइट पर जाएं
IFS 2025 मोबाइल लेआउट + FAQ

📘 IFS 2025 जानकारी

1. भर्ती परिचय

UPSC के तहत IFS कैसे चुने जाते हैं, विदेशों में प्रतिनिधित्व और रोल।

2. योग्यता

IFS के लिए आवश्यक उम्र, डिग्री, और पात्रता शर्तें।

3. ट्रेनिंग और कोर्स

IFS अधिकारी की ट्रेनिंग कितने साल की होती है और कहां होती है।

4. पेपर डिटेल

IFS के लिए UPSC में कितने पेपर होते हैं और उनका पैटर्न।

5. रैंक और कटऑफ

IFS के लिए जनरल कैटेगरी में कितनी रैंक चाहिए होती है।

6. कार्य और ज़िम्मेदारियां

IFS अधिकारी विदेशों में क्या काम करते हैं और कैसे मिशन चलाते हैं।

7. IFS vs IAS

पावर, सुविधा और जिम्मेदारियों की तुलना।

8. वेतन और भत्ते

IFS अधिकारी की बेसिक सैलरी, विदेश पोस्टिंग पर लाभ।

9. हाइट और मेडिकल

IFS के लिए फिजिकल स्टैंडर्ड और मेडिकल टेस्ट के नियम।

10. पोस्ट और अधिकारी संख्या

IFS में कौन-कौन सी पोस्ट होती है और हर देश में कितने अधिकारी होते हैं।

❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

IFS परीक्षा के लिए कौन पात्र है?
21 से 32 वर्ष की उम्र और किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से स्नातक।
IFS का कोर्स कितने साल का होता है?
IFS ट्रेनिंग लगभग 1.5 से 2 साल की होती है जिसमें फॉरेन लैंग्वेज ट्रेनिंग भी शामिल होती है।
IFS में कितने पेपर होते हैं?
प्रारंभिक परीक्षा (2 पेपर), मुख्य परीक्षा (9 पेपर), और इंटरव्यू।
IFS बनने के लिए कितना रैंक चाहिए (General)?
IFS के लिए जनरल कैटेगरी में लगभग टॉप 90 रैंक के अंदर आना होता है।
IFS में क्या काम होता है?
विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व, दूतावास संचालन और विदेशी संबंध प्रबंधन।
IAS और IFS में सबसे शक्तिशाली कौन है?
दोनों की भूमिकाएं अलग हैं, लेकिन IAS की भूमिका देश के अंदर होती है जबकि IFS विदेशों में।
IFS का वेतन कितना होता है?
IFS अधिकारी की शुरुआती सैलरी ₹56,100+ होती है, विदेश पोस्टिंग में यह काफी ज्यादा हो सकती है।
IFS में कितनी हाइट चाहिए?
IFS के लिए कोई खास हाइट जरूरी नहीं, सिर्फ सामान्य स्वास्थ्य जरूरी है।
IFS परीक्षा के लिए शारीरिक परीक्षण क्या है?
सामान्य मेडिकल फिटनेस टेस्ट, कोई विशेष शारीरिक परीक्षा नहीं होती।
IFS में कौन-कौन सी पोस्ट होती है?
Third Secretary से Ambassador तक की पोस्ट होती है।
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